हिन्दू धर्म में व्रत का बहुत महत्व है | हमारे धर्म में भगवान की भक्ति करने का यही एक उपाय माना जाता है | हिन्दू धर्म में कई व्रत होते हैं,कह सकते हैं,कि जितने भगवान उतनी उनकी भक्ति और उतना ही उनका व्रत और पूजन बस यही चीज़ है, जो हमारे हिन्दू धर्म को सबसे अलग करती हैं |
आप पूर्णिमा व्रत के महत्व के बारें में जानना चाहते हैं, सबसे पहले आपको ये बता दें कि पूर्णिमा हर महीने आती है | जैसा कि आपको पहले भी बताया गया है, कि हमारे अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार महीने के 30 दिन होते हैं, जो 1 तारिक से 30 तक होते हैं | पर हमारे हिन्दू धर्म में महीने के 30 दिनों को तिथि के अनुसार बांटा गया है | जिसमें 1 से 15 और फिर 1 से 15 तक के दिन निर्धारित हैं | इन तिथियों में 1 पूर्णिमा और 1 अमावश्या आती हैं |
पूर्णिमा व्रत का महत्व :-
- पूर्णिमा व्रत का बहुत बड़ा महत्व है | इस व्रत को करने वाले की हर मनोकामना पूरी होती है |
- पूर्णिमा व्रत के दिन भगवान विष्णु जी का पूजन किया जाता है, और अगर पूर्णिमा गुरुवार के दिन हो तो इस व्रत का महत्व दोगुना हो जाता हैं |
- इस व्रत को करने के लिए पहले भगवान विष्णु का पूजन किया जाता हैं, उसके बाद रात को चाँद की पूजन किया जाता है |
पूर्णिमा व्रत का सबसे ज्यादा महत्व इसलिए माना जाता हैं, क्योकि इस दिन भगवान विष्णु ने मानव अवतार लिए था |
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