शिवरात्रि के दिन सभी लोग भगवान शिव का व्रत रखते हैं, और कई सारी चीज़ों से उनका पूजन करते हैं |भगवान शिव के भक्तों के लिए शिवरात्रि बहुत ही महत्वपूर्ण है | प्राचीन मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव का विवाह हुआ था | इस दिन की पूजा विधि वैसे तो कुछ अलग नहीं होते सामान्यतः हर सोमवार के दिन की जाने वाली पूजा की तरफ ही होती है पर शिवरात्रि में कुछ अन्य चीज़ों को भगवान शिव पर चढ़ाया जाता है |
- शिवरात्रि के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए, जल्दी उठकर सुबह नहाकर पूजा कर के ही भोजन करना चाहिए | अगर आप व्रत न भी लें तो भी आप बिना नहाए कुछ न खायें |
- इस दिन स्नान के बाद अगर नए कपड़े भी हो परन्तु वो कपड़े न पहने जो धुले न हो अर्थात इस दिन साफ़ सुथरे कपड़े पहनना चाहिए |
- शिवरात्रि के दिन चावल , दाल जैसे खाद्य पदार्थ से दूर रहना चाहिए और खाने में प्याज लहसुन का प्रयोग बिल्कुल न करें |
- इस दिन काले रंग के कपड़े बिल्कुल न पहने इससे आप भगवान शिव के क्रोध का कारण बन सकते हैं |
- जो प्रसाद आप शिवलिंग पर चढ़ाएं उसका सेवन स्वयं न करें इससे धन की हानि होती है और घर में दुर्भाग्य आता है |
- शिवरात्रि के दिन रात को सोना नहीं चाहिए, इस दिन किया गया जागरण बहुत ही लाभकारी होता है |
- शिवलिंग पर तुलसी नहीं चढ़ाना चाहिए , और भगवान शिव पर दूध चढ़ाने के लिए ताम्बे के कलश का प्रयोग नहीं करना चाहिए |
- भगवान शिव को पूजन के समय सफ़ेद फूल चढ़ाएं, केतकी और चंपा के फूलों का प्रयोग बिल्कुल न करें |
- भगवान शिव पर सुखें चावल और टूटे चावल नहीं चढ़ाना चाहिए | चावल को पानी में भीगा कर ही उन पर चढ़ाएं |
- पूजा सामग्री में प्रयोग की जाने वाली बैल पत्ती कहीं से टूटी नहीं होना चाहिए |
- भगवान शिव पर लाल सिंदूर सूखा चढ़ाना चाहिए गीला कर के उसका तिलक नहीं करना चाहिए |
(Courtesy : Guyana Chronicle )