2019 चुनाव के सेमि-फाइनल का रिजल्ट आया तो भारतीय जनता पार्टी के पैरों तले ज़मीन सरक गई। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। क्या हुआ मोदी लेहर का? क्या बदल गया इन पांच सालो में ?
लोगों कि वित्तीय कमर तोड़ने में नोटबंदी और जीएसटी का बड़ा हाँथ रहा है। नोटबंदी और जीएसटी ने ना केवल लोगों में बीजेपी के प्रति आक्रोश जगाया मगर कांग्रेस पार्टी के लिए चुनावी जीत का रास्ता भी सजा दिया। सचिन पायलट को राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को जाट वोट दिलाने का श्रेय जाता है, चुनाव से पहले जाट किसको वोट देंगे इस पर काफी चर्च थी । यही नहीं भारतीय जनता पार्टी को किसान और युवा स्टूडेंट्स ने भी वोट नहीं दिया। दरसल, बीजेपी ने जो किसान और युवा स्टूडेंट्स वायदे किये थे वो पुरे नहीं किये, किसान का दर्द और युवा का गुस्सा इस चुनाव में उभर क नज़र आया। आदिवासी समाज के लोगों ने भी बीजेपी का साथ नहीं दिया।
बीजेपी को बड़ा झटका राफेल सौदे से भी हुआ है। कांग्रेस पार्ट के रोज-रोज के राफेल नारे ने बीजेपी को बहुत सताया। बीजेपी के शासन के तरीके ने बीजेपी को चुनावी रेस में काफी पीछे कर डाला। देखने कि बात तो यह है कि क्या बीजेपी इन खामिओ के बाद भी 2019 का महा चुनाव में नराज किये लोगों को अपने पक्ष में कर पायेगी ?
आप बताये, आप क्यों नाजाज हैं बीजेपी से?