चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को हिदायत देते हुए कहा है कि अगर किसी भी राजनीतिक दल के नेता, पदाधिकारी या उम्मीदवार ने किसी भी जाति या धर्म का नाम लेकर या उनकी आड़ में वोट मांगा तो खैर नहीं होगी। चुनाव आयोग ने ये हिदायत यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की मोदीजी की सेना और नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के राहुल गांधी पर दिए गए बयानों पर की है।
जानिए, क्या कहा है चुनाव आयोग ने
चुनाव आयोग ने साफ लहजे में कहा है कि कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल का नेता वैमनस्य या घृणा फैलाने वाल कोई बयान नहीं देगा।
किसी भी नेता या सामने वाले उम्मीदवार की पारिवारिक और निजी जिंदगी पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा, जब तक कि उस विवाद का कोई राजनीतिक मतलब न हो। कोई भी उम्मीदवार या नेता एक दूसरे के परिवार को राजनीति में नहीं घसीट सकतें।
विरोधियों पर कोई भी बिना साक्ष्य के आरोप नहीं लगाएगा।
किसी भी धार्मिक स्थल पर कोई सभा या बैठक नहीं करेगा।
सेना से जुड़े किसी भी प्रतीकों का चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा ।
आपको बताते चलें कि ये चुनाव आयोग द्वार निर्देशित पुराने नियम कानून है लेकिन राजनीतिक दल इनका पालन नहीं कर रहे हैं और रोजाना चुनाव आयोग को इनसे संबंधित शिकायतें बड़ी संख्या में प्राप्त हो रही है।

एक बार पुनः इस हिदायतनामे को जारी किया है.