अरविंद केजरीवाल नसीहत देते हैं कि अगर खासी सर्दी जुखाम हल्के लक्षण हो तो डरने की जरूरत नहीं है आप सुरक्षित हैं.कहने और करने में बहुत अंतर है.आज जब अरविंद केजरीवाल की थोड़ी सी तबीयत खराब हुई है तो वह करोना टेस्ट करवा रहे हैं. केजरीवाल को बुखार की पेरासिटामोल गोली खानी चाहिए.
अगर थोड़ी सी ही प्रॉब्लम है तो उनको क्रोना टेस्ट करवाने की क्या जरूरत है.जबकि वह खुद ही सलाह देते रहते हैं हर कोई टेसट मत करवाइए.सर्दी जुखाम होना आम बात है.तो आज उनको क्या जरुरत पडी है.करोना टेस्ट करवाने की..यह तो वह बात हो गई अगर खुद पर बितने लगे तो आप करोना टेस्ट करवाइए मगर उन लोगों के बारे में सोचिए जिन लोगों के पास पैसे नहीं है टेस्ट करवाने के...सरकारी अस्पताल में टेस्ट करवाते करवाते वह मरीज बन जाएगा मगर उन गरीब लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है क्या वह इंसान नहीं है उनका टेस्ट नहीं होना चाहिए.
