भारत का वह कौन सा शहर है, जहां न तो पैसा चलता है और न ही कोई सरकार? आइए यह जानकारी आपको दे।
आज आपको हम एक ऐसे शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ना कोई करेंसी चलती है और ना ही कोई सरकार है या अनोखा शहर हमारे भारत में ही है। भारत में चेन्नई से डेढ़ सौ किलोमीटर एक शहर है जहां पर ना कोई सरकार है ना कोई पैसा और ना कोई धर्म है। इस शहर का नाम ऑरोविले शहर है। शहर को सिटी ऑफ डॉन यानी भोर का शहर भी कहा जाता है।
इस शहर को 1968 में मीरा अल्फाजों ने बसाया था। यहां पर रहने वाले लोग अलग-अलग देशों से आकर यहां रहते हैं। अरविंदो सोसाइटी की तरफ से यहां पर योग और अध्यात्म का प्रशिक्षण दिया जाता है। दोस्तों इस शहर की खास बात है या है कि यहां कोई सरकार और ना ही कोई करेंसी चलती है। यह आध्यात्मिक नगरी है। यहां बसने वाले जाति धर्म के बंधन से मुक्त होते हैं।
इस शहर की जनसंख्या 2016 में 24 हजार से अधिक थी और 55 देशों के लोग यहां पर निवास करते हैं।
अरविंदो सोसाइटी (Arvindo Society) की स्थापना यहां पर हुई है और इस शहर में आध्यात्म और योग का ज्ञान लेने दुनिया के अलग-अलग देशों सेलोग आते हैं।
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ऑरोविले शहर में Yog Sansthan
यहां एक विशाल मातृ मंदिर भी है। इसको इसको ने धरोहर सूची में सम्मिलित किया है। यह बहुत ही सुंदर मंदिर है लेकिन यहां पर देवता नहीं बल्कि योग साधना होती है।
ऑरोविले शहर की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि याह एक तरह का प्रायोगिक यानी एक्सपेरिमेंटल शहर है। या आध्यात्मिक सुख प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए इस शहर में दुनिया के हर कोने से लोग आते हैं और धर्म के बंधन से मुक्त हो जाते हैं औरअसली मनुष्य कहलाते हैं।