भारतीय एनिमेशन के जनक और अनेक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता "भीमसैन खुराना" का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। भीम सेन खुराना जी को फिल्म 'घरौंदा' और 'एक अनेक एकता' जैसी मशहूर एनीमेशन शॉर्ट फिल्मों और 'एक चिड़िया, अनेक चिड़िया' गाने के लिए जाना जाता है।
उनके परिवार वालो ने बताया की वह यहां एक अस्पताल में डायलिसिस पर थे, जहां उनका निधन हो गया। वह एक सफल फिल्म निर्माता थे | भीम सेन खुराना जी अपने पीछे अपनी पत्नी नीलम, बेटे हिमांशु व कीरेत, बहु यौला व तहजीब और पोते कबीर, निवृत्ती और मोहक को छोड़ गए हैं और उनके लिए छोड़ गए बस यादे |
खुराना जी ने लखनऊ विश्वविद्यालय से फाइन आर्ट्स एवं क्लासिकल म्यूजिकल में डिप्लोमा हासिल किया था। 1970 के दशक में पहली शॉर्ट फिल्म 'द क्लाइंब' के साथ अपने सफर की शुरुआत की थी। 'द क्लाइंब' को शिकागो फिल्मोत्सव में सिल्वर हुगो पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इसके तुरंत बाद उन्होंने कई एनीमेशन और एड फिल्मों का निर्माण और निर्देशन किया। उन्होंने बतौर निर्देशक व निर्माता प्रसिद्धि 'एक अनेक एकता' के साथ पाई, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया।
उन्होंने 'घरोंदा' के साथ फीचर फिल्म निर्माण क्षेत्र में कदम रखा, जिसे फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। इसके बाद उन्होंने दो और सफल फिल्मों 'दूरियां' और 'तुम लौट आओ' का निर्माण किया। खुराना एक लेखक भी थे |