केला एक अलग ही प्रक्रिया से होकर गुजरता है। इस प्रक्रिया को नेगेटिव जियोटोपाइज्म कहा जाता है। इसे आसान शब्दो मे पेड़ों के सूरज की तरफ बढ़ने की प्रवृति कहते है।
केला एक अलग ही प्रक्रिया से होकर गुजरता है। इस प्रक्रिया को नेगेटिव जियोटोपाइज्म कहा जाता है। इसे आसान शब्दो मे पेड़ों के सूरज की तरफ बढ़ने की प्रवृति कहते है।
केला खाना सभी को पसंद होता है क्योंकि केला एनर्जी से भरपूर होता है इसमें ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि केले का फल टेढ़ा क्यों होता है इसके पीछे का कारण क्या हो सकता है हम आपको बताएं। आप सभी ने देखा ही होगा की शुरुआती दौर पर केला जमीन की तरफ से ही बड़ा होता है लेकिन फिर पेड़ों के सूरज तरफ बढ़ने की प्रवृत्ति के कारण वो ऊपर की तरफ बढ़ने लगता है जिस वजह से केला का आकार टेढ़ा हो जाता है।Loading image...