सुहागिन स्त्रियों के लिए सिंदूर सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है हिंदू धर्म के अनुसार सुहागिन महिलाएं सिंदूर को अपनी मांग की बीचो-बीच लगाती है सिंदूर जितना गहरा और लंबा लगाया जाता है कहा जाता है पति की आयु भी उतनी लंबी होती है हिंदू धर्म में सिंदूर को सीधे पति की आयु से जोड़ा जाता है ऐसा कहा जाता है कि पत्नी की मांग में सिंदूर भरा हुआ हो तो पति की कभी भी अकाल मृत्यु नहीं होती हैLoading image...
सिंदूर लगाना क्यो जरूरी है?
आइए आज हम बताते हैं कि आखिर सुहागन स्त्रियां अपनी मांग पर सिंदूर क्यों लगाती हैं दरअसल इसके पीछे का कारण यह होता है कि सुहागन स्त्री को सिंदूर लगाना सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि जो स्त्रियां अपने मांग में सिंदूर लगाती है उनके पति की उम्र लंबी होती है। सिंदूर लगाने से पति की अकाल मृत्यु नहीं होती है। इतना ही नहीं यदि उनके आसपास बुरी शक्तियां मंडरा रही होती है तो माता पार्वती सिंदूर लगाने वाली स्त्रियों के पति की रक्षा करती है। इसलिए मांग में सिंदूर लगाना अति आवश्यक होता है।Loading image...
हिंदू रिती रिवाज मैं सुहागिन औरतें सिंदूर लगाती है। मान्यता के अनुसार पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन औरतें सिंदूर लगाती है। सिंदूर स्त्रियों के वैवाहिक होने का प्रतीक भी होता है. सिंदूर सौभाग्य का सूचक भी होता है। लाल रंग शुभ का प्रतीक होता है. जीवन की ऊर्जा और सौभाग्य का प्रतीक होता है। वैज्ञानिक कारण यह भी है कि सिंदूर मस्तिष्क को एकाग्र भी रखता है।
Loading image...
हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार सुहागन औरत को अपनी मांग पर सिंदूर सजाना एक वैवाहिक संस्कार भी है। हिंदू धर्म के मुताबिक बताया गया है कि सुहागन औरत अपनी मांग पर सिंदूर सजाती हैं और अपने पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि सिंदूर लगाने से पति की अकाल मृत्यु कभी नहीं होती है। लाल रंग का सिंदूर काफी ज्यादा शुभ माना जाता है इसीलिए अक्सर सुहागन औरतें अपने मांग पर लाल कलर का सिंदूर लगाती है और अपने भाग को आगे बढ़ाती हैं.।Loading image...
@meenakushwaha8364 | Posted on September 27, 2023
हिन्दू धर्म मे सुहागिनी महिलाओ को सिदूर लगाना बहुत ही जरुरी होता है, क्योंकि हिन्दू धर्म मे सिदूर सुहागिनी महिलाओ की सुहाग की निशानी होती है, इसलिए हर एक महिला शादी क़े बाद अपने मांग मे सिंदूर लगाना जरुरी समझती है। सिंदूर लगाने की प्रथा बहुत पुरानी है, सिंदूर लगाने की प्रथा रामायण मे विस्तारपूर्वक सीता माँ द्वारा बतायी गयी है।
सीता माँ अपने मांग मे लाल रंग सिंदूर भर रही थी तो हनुमान जी ने पूछा सीता माँ अपने मांग मे लाल रंग क्यों भर रही है तब सीता माँ ने कहा प्रभु श्री राम को लाल रंग बहुत ही पसंद है और उनकी रक्षा क़े लिए मांग मे लाल रंग सिंदूर भरती हूँ। इसलिए सभी सुहागन महिलाएं अपनी पति की रक्षा क़े लिए मांग मे सिंदूर भरती है और पति की लम्बी उम्र क़े लिए सुहागनी महिलाएं व्रत रखती है और मांग मे सिंदूर लगाती है।Loading image...
@shikhapatel7197 | Posted on September 28, 2023
सुहागिन स्त्रियों के लिए सिंदूर सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है हिंदू रीति रिवाज में सुहागिन औरतें सिंदूर लगाती हैं मान्यता अनुसार पति की लंबी उम्र के लिए सुहागन औरतें सिंदूर लगती हैं सिंदूर स्त्रियों के वैवाहिक होने का भी प्रतीक होता है लाल रंग शुभ का प्रतीक होता है सीता मां अपने मांगे में लाल रंग सिंदूर भर रही थी तो हनुमान जी ने पूछा सीतम्मा अपने मांग में लाल रंग क्यों भर रही हो तब सीता माँ ने कहा प्रभु श्री राम को लाल रंग बहुत ही पसंद है और उनकी रक्षा के लिए मांग में लाल रंग सिंदूर भरती हूं इसलिए सभी सुहागन महिलाएं अपनी पति की रक्षा के लिए मांग में सिंदूर भरती हैं और पति की लंबी उम्र के लिए सुहागन महिलाएं व्रत रखते हैं और मांग में सिंदूर भरती हैं अपने पति के लंबी उम्र के लिए लाल रंग का सिंदूर काफी ज्यादा शुभ माना जाता है इसलिए हर महिला लाल रंग का ही सिंदूर अपनी मांग में भर्ती है Loading image...