होली के त्यौहार को भांग के बिना बिलकुल अधूरा माना जाता है, होली हो और भांग ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता, लेकिन हम सभी इस बात को नहीं जानते की होली पर भांग क्यों पी जाती है इस बात के पीछे अलग - अलग धर्म अलग - अलग सोच रखता है |
जैसे हिन्दू धर्म में भांग को हमेशा से ही भगवान शिव के प्रसाद के रूप में माना जाता है | इसलिए ऐसा माना जाता है की भांग के बिना होली की मस्ती अधूरी होती है | होली के दिन हर जगह अलग अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है , जिसमें नाच गाने के साथ - साथ भांग को भी बहुत महत्वपूर्ण जाता है |
- भाग एक अफीम है जिसे हिन्दू धर्म में भगवन शंकर के प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है और ऐसा माना जाता है , भगवन भोले शंकर को भांग बहुत पसंद थी इसलिए उन्हें खुस करने के लिए भी लोग होली में भांग का सेवन करते है | आम तौर पर दूध या दही में मिला कर भांग का सेवन किया जाता है | इतना ही नहीं बल्कि हिन्दू धर्म में देवता भांग का उपयोग चिकित्सा के लिए भी करते थे, और अथवर्वेद के अनुसार भांग के पौधें को पृथ्वी पर पांच पवित्र पौधों में से एक माना गया है |
- सिख धर्म के अनुसार भांग के पौधें को मिली स्वीकृति दिखाई पड़ती है और जब कोई सिख सिपाही युद्ध में घायल होता है तब वह अपने ज़ख्मों को ठीक करने के लिए भाग के पौधें का इस्तेमाल करता था | इतना ही नहीं बल्कि भांग के पौधें को औषधि के रूप में इस्तेमाल करने की परम्परा सिख सम्प्रदाय के लोगों द्वारा की गयी |
(Courtesy : वेबदुनिया )