नमस्कार अखिलेश जी ,आपके सवाल का स्वागत है ,बहुत अच्छा सवाल है आपका की आरक्षण ख़तम होना चाहिए या नहीं ? वैसे देखा जाए तो आरक्षण ख़त्म होना चाहिए क्योकि इसके कारण मेहनत करने वाले लोगो की मेहनत बेकार होती है |
आरक्षण ख़त्म हो न हो पर पहले जानते है की आरक्षण होता क्या है ? सभी कहते है आरक्षण ख़त्म करो ,आरक्षण-आरक्षण लगा रखा है ,पर पहले जाने तो आखिर ये होता क्या है और क्यों इसका जन्म हुआ है ?
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सामाजिक स्तर मे सुधार के लिए संविधान में कुछ योजनाए बनाए गए -
न्यायिक साधनों द्वारा समानता के सिद्धांतको लागू करके और सामाजिक बाधाओं को दूर करके,दलितों पर होने वाली शारीरिक हिंसा के अपराधियों को कठोर दंड का प्रावधान करके,ऐसे परंपरागत नियमों, प्रबंधों को बंद करके,
जो दलितों की गरिमा और आत्म सम्मान को ठेस पहुँचाते हैं | उनके परिश्रम की उचित कीमत और फल की प्राप्ति सुनिश्चित करके,-प्राकृतिक संसाधनों पर किसी खास वर्ग का ही अधिपत्य कम करके,दलितों को उपलब्ध कराई गयी सुविधा, अधिकार, लाभ आदि की देखभाल के लिए स्वतंत्र आयोगो का गठन करके,सामाजिक सुविधा प्रदान की जाए |
ये है आरक्षण के नियम जो की आज कुछ और ही रंग दिखा रहे है | आरक्षण ख़त्म होना चाहिए ,पर उससे पहले जो सही में आरक्षण के नियमो का पालन करे वो नहीं ,ये आरक्षण नियम नहीं है ,जो वर्तमान में चल रहे है |