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Content Writer | पोस्ट किया
आज कल के समय में तो ऐसे लोगों की गिनती करना बहुत मुश्किल हैं, जिनको आप कुछ समझना चाहो और वो आपकी बात जल्दी समझ जाएं | अगर कोई आपकी बात न समझे तो इस बात से आपको बुरा नहीं लगना चाहिए, क्योकि ये प्रथा तो महाभारत से चली आ रही है | महाभारत के अनुसार ऐसे कुछ लोग हैं, जिन्हे समझने का अर्थ है भैंस के आगे बीन बजाना |
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दोस्तों आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि ऐसे कौन से लोग हैं जिनको समझाना भैंस के आगे बीन बजाने जैसा है।वह व्यक्ति जो अनपढ़ हो या मंदबुद्धि हो यदि आप अनपढ़ व्यक्ति के सामने पढ़ने लिखने के बारे में बात कर रहे हैं तो उसके समझ में कुछ नहीं आता मानो जैसे भैंस के आगे बीन बजाना हो। स्वभाविक रूप से उसे कुछ समझ में नहीं आएगा इस तरह हम अपना समय भी बर्बाद करेंगे। यदि आप भी किसी क्रोधित व्यक्ति को शांत रहने के लिए कहेंगे तो उस व्यक्ति को अपने क्रोध के आगे कुछ समझ नहीं आएगा।
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आज मैं आपको यहां पर बताऊंगी कि ऐसे कौन से लोग हैं जिन्हें समझाना भैंस के आगे बीन बजाने के बराबर है। ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें हम समझाते समझाते थक जाते हैं लेकिन उनकी समझ में बात बिल्कुल भी नहीं आती है जैसे कि नशेड़ी व्यक्ति को यदि वह नशा किया हुआ है तो हम उसे समझाते समझाते थक जाएंगे लेकिन वह हमारी बात को बिल्कुल भी नहीं समझेगा, इसके अलावा पागल व्यक्ति को समझाना बहुत ही कठिन होता है, इसके अलावा क्रोधी व्यक्ति को समझाना भैंस के आगे बीन बजाने के बराबर होता है।
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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
भैंस के आगे बीन बजाने का अर्थ होता है कि किसी मूर्ख आदमी को समझाने का प्रयत्न करना। अगर हम किसी अनपढ़ आदमी को पढ़ी-लिखी चीजों को बताते हैं तो वह उस चीज को नहीं समझ पाता है क्योंकि उसके सामने बीन बजाने जैसी कहावत हो जाती है। इसके अलावा अगर आप किसी क्रोधी व्यक्ति के सामने शांत होने की बात करते हैं तो उसे समझाना बेकार होता है क्योंकि, वह क्रोध में किसी की भी नहीं सुनता है।
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