आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक ऐसी आधुनिक तकनीक है जिसके पीछे पूरी दुनिया पड़ी हुई है | हर देश अपने आप को इस आधुनिक तकनीक से उन्नत बनाने में जुटा हुआ है | लेकिन चीन सभी देशों को पछाड़कर "आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस" की इस तकनीक के क्षेत्र में सिरमौर बनकर उभर रहा है |
अगर इस शब्द का मतलब हिंदी में समझे तो Artificial का मतलब “कृत्रिम” अर्थात की आदमी के द्वारा बनाया हुआ | और Intelligence का मतलब है“बुधिमत्ता” अर्थात सोचने की शक्ति होती है |
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर एक खबर के अनुसार - इसके लिए उसने अपना रोडमैप अर्थात भविष्य के लिए कई नीतियां भी बना ली हैं | चीनी सरकार इस पर तेजी से काम करने में जुटी हुई है | इसी को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों ने भी कहा है कि "आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक ऐसी ग्लोबल इनोवेशन स्कीम है, जिसमें निजी क्षेत्र के बड़े धुरंधर जुटे हुए हैं लेकिन चीन ही ऐसा अकेला देश है जिसके पास इसके लिए काफी डाटा है "
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस क्षेत्र में चीन अगले 12 साल में अपना नाम बनाना चाहता है | इसके लिए वहां की सरकार काफी सारी योजनाएं चला रही है | साथ ही इस क्षेत्र में शोध को बढ़ावा दे रही है | इसी का नतीजा है कि जुलाई 2017 में चीन ने कहा था कि 2020 तक चीन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक को समझ लेगा और इसके बाद 2030 तक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इनोवेशन सेंटर के रूप में उभरेगा |