हैकिंग ऐसा नाम है जिसको सुनते ही, सब मन में एक डर बैठ जाता है । परन्तु जो लोग हाकिंग के बारें में जानने की इच्छा रखते हैं उन्होंने इसके बारे में काफी रिसर्च भी किया है । वैसे तो हैकिंग को वायरस की तरह ही माना जाता है । क्योकिं यह एक तरह का वायरस ही है जो कि आपकी id को हैक कर के उसको बंद कर सकता है ।
हैकिंग साइबर वर्ल्ड का एक ऐसा मत्वपूर्ण शब्द है जिसका नाम ही साइबर वर्ड में काफी है । हैकिंग एक ऐसी बड़ी समस्या है जिसके कारण मानव जीवन बहुत अधिक प्रभावित होता है । अगर आपकी ID कोई हैक कर लेता है तो वो आपके अकाउंट से जुड़ी सभी जानकारी लेकर आपके लिए किसी भी प्रकार की समस्या खड़ी कर सकता है । जब इस तरह की हैकिंग से मानव जीवन में परेशानियां शुरू होती हैं तो उससे बचने के लिए "एथिकल हैकिंग" का प्रयोग किया जाता है ।
एथिकल हैकिंग के बारें में :-
जब साइबर वर्ड में बहुत ज्यादा हैकिंग होती है , जिसके कारण कई तरह नुकसान होने की सम्भावना होती तो ऐसे में कुछ ऐसे एथिकल हैकर हायर किये जाते हैं, जो कि आईटी सिक्योरिटी प्रोफेशनल की तरह होते हैं, उन में वो सभी स्किल्स होती है, जो एक हैकर में होती है परन्तु एथिकल हैकर अपने स्किल्स का प्रयोग साइबर वर्ल्ड को सुरक्षित रखने के लिए करते हैं । इन्हें पैनीट्रेशन टेस्टर्स या व्हाइट हैकर भी कहते हैं ।
एथिकल क्षेत्र में अगर कोई अपना करियर बनाना चाहता है तो उसके लिए उसको बहुत मेहनत करना पड़ता है । एथिकल क्षेत्र काफी चुनौती भरा क्षेत्र है । इसमें एथिकल को अपना 24*7 देना होता है । इस करियर में अगर किसी को आगे बढ़ना है तो उसके लिए प्रोग्रामिंग में अच्छी पकड़ होनी चाहिए । यह क्षेत्र जितना चुनौती भरा है, उतना ही इस क्षेत्र में स्कोप बहुत ज्यादा है । इस कोर्स को करने के बाद मल्टी नेशनल कंपनियों और फोरेंसिक ऑर्गनाइजेशंस में करियर बनाने के रास्ते खुल जाते हैं ।
(Courtesy : Apna Tech Solution
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