हीरा जो सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि एक ऐसी चमक को कहते हैं, जो अँधेरे में भी सबसे अलग दिखाई देता है | हीरा जिसकी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह कोयले के बीच रह कर भी अपनी चमक को बरक़रार रखता है | कोयले की खदान में रहने के बाद भी हीरा अपनी चमक, मजबूती , खूबसूरती और अपने गुण को कभी नहीं खोता | हमने बस हमेशा से यही सुना है कि हीरे का हार, हीरे की अंगूठी, और जैसे ही हीरा नाम सुनते हैं मानो उसको चमक हमारी आँखों में आ जाती है , पर क्या कभी आपने ये सोचा कि हीरा चमकता क्यों है ?
हीरा बहुत ही नाजुक दिखता है, पर उतना ही मजबूत है | यह पूरी तरह पारदर्शी होता है, जितना यह सुन्दर होता है उतना ही यह खतरनाक भी होता है | हीरा कांच को काटने के काम में लाया जाता है |
हीरा चमकदार क्यों होता है :-
हीरा कोयले की खदान में पाया जाता है | जब हीरा कोयले की खदान से निकलता है तब यह इतना सुन्दर नहीं होता | उसको कारीगरों द्वारा सुन्दर बनाया जाता है | हीरे का अपवर्तनांक 2.42 होता है , हीरे को इस तरह काट कर बनाया जाता है कि उसमें जब प्रकाश पड़ता है तो उसके अंदर के अपवर्तन के कारण प्रकाश पड़ता है तो उसके अंदर के कटे हुए भाग उस रौशनी को पूरे हीरे के अंदर फैला देते हैं , और सारी रौशनी हीरे के अंदर ही सिमट जाती है | जिससे हीरा चमकता है |
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