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क्या आपको मालूम है उत्तर प्रदेश के किन दो शहरों में शराब बिक्री पर रोक लगा दी गई है? इसके पीछे कारण क्या है आइए जानिया और वह कौन से दो शहर है जहां पर शराब बिक्री करना अपराध होगा।
आपको बता दें कि 1 जून से योगी सरकार ने यह फैसला लिया है कि अयोध्या राम मंदिर के आसपास कई किलोमीटर के दायरे में आप किसी भी तरह का शराब और मांस बिक्री नहीं की जाएगी। इस पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा धार्मिक नगरी श्री कृष्ण की जन्म स्थली मथुरा में भी शराब और मांस बेचने पर पाबंदी लगा दी गई है। देखा जाए तो यह एक बहुत ही अच्छा फैसला है।
धार्मिक स्थलों के आसपास शराब और मांस की बिक्री करना ठीक नहीं है क्योंकि इससे किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचती है। दुनिया के पवित्र स्थलों के आसपास शराब जैसी सामाजिक बुराई वाली चीजें बिकनी नहीं चाहिए क्योंकि इससे लोगों पर गलत संदेश की पहुंचता है।
आपको बता दें कि लगातार इन जगहों पर मांस और मदिरा बिक्री पर रोक लगाने की मांग हिंदू संगठनों की ओर से उठती रही है।
आपको बता दें कि आबकारी नीति के अनुसार धार्मिक स्थल वाली जगह स्कूल कॉलेज और रिहायशी इलाकों के आसपास किसी भी तरह से शराब नहीं बेची जा सकती है। इसी कानून के तहत यहां पर रोक लगाई गई है।
आपको बता दें कि प्रयागराज और वाराणसी भी धार्मिक नगरी के रूप में जानी जाती है। यहां पर भी हिंदू संगठनों द्वारा शराबबंदी को लेकर कई बार मांग उठी है।
आपको बता दें कि बिहार एक ऐसा राज्य है जहां पर शराब पूरी तरीके से प्रतिबंधित है। कई बार लोकसभा में भी यह सवाल उठ चुका है कि पूरे देश में शराबबंदी कब लागू होगी। शराब एक सामाजिक बुराई है जो हमारे शरीर को बीमार बनाती है। शराब एक ऐसा नशा है जिसे छुड़ाने के लिए कई एनजीओ संगठन सरकार की मदद से नशा मुक्ति आंदोलन भी चलाती है।
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