महिला का पीरियड से होना प्रकर्ति का एक नियम होता है | यह एक ऐसा नियम है जिसका पालन हर महिला को करना होता है | ये महिलाओं को हर महीने होता है | इसलिए इसको शास्त्रों में मासिक धर्म या यजोधर्म कहते हैं | आज कल के समय में बहुत सी महिलाएं ऐसी है जो इन सब से परेशान रहती हैं |
अक्सर महिलाओं को यह कहते हुए सुना है कि उन्हें किसी शादी में जाना है या घर में कोई पूजा है या किसी ट्रिप पर जाना है तो उस वक़्त पीरियड से न हो इसके लिए दवा खा लेते हैं तो डेट आगे हो जाएगी | ऐसा करना कभी कभार के लिए ठीक है पर यह चीज़ हमेशा के लिए सही नहीं है | अगर आप ऐसा लगातार करते हैं तो यह आपके स्वास्थ के लिए काफी अधिक मात्रा में हानिकारक हो सकती है |
यह महीने में एक बार आता है जो की 24 से 38 दिनों के समय होना साधारण होता है | आम तोर पर सभी महिलाएं 28 दिनों में पीरियड्स से हो जाती है | जिन महिलाओं को इस चीज़ से परेशानी होती है उनके लिए बता दें यह होना बहुत ही अच्छा होता है | इससे शरीर में होने वाली कई परेशानी खत्म होती है | अगर 28 से 38 days के बीच किसी महिला को पीरियड न हो तो उसको डॉक्टर के पास जाना चाहिए |
पीरियड रोकने की दवा का सेवन -
- जो महिलाएं अक्सर दवा का प्रयोग करती हैं तो उससे उनका पीरियड होने का 28 से 30 दिनों का चक्र बिगड़ जाता है जिसके कारण महिलाओं के ओव्यूलेशन में गड़बड़ हो जाती है इससे महिलाओं की प्रजनन प्रणाली पर बुरा असर होता है |
- जब महिला पीरियड को रोकने की दवा खाती है, तो उस वक़्त पीरियड रुक जाता है परन्तु उसके बाद हेवी ब्लीडिंग उसके शरीर में काफी परेशानिया जन्म ले लेती है | अधिक हेवी ब्लीडिंग महिलाओं के असहनीय दर्द का कारण बन सकता है |
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