Student (Delhi University) | पोस्ट किया |
Optician | पोस्ट किया
मेरा मानना है की kindle किताबों से अधिक फायदेमंद होते है | आप जब और जहाँ चाहे अपनी मनपसंद किताब पढ़ सकते हैं | आपको ढेर सारी किताबो का बोझा ढोकर नहीं घूमना पड़ता | जब मुझे अपने 16 वे जन्मदिन पर Kindle उपहार में मिला था तो यकीनन मै उसके इस्तेमाल से वंचित था, परन्तु अब ऐसा नहीं है | मै अक्सर अपने बैग में kindle लेकर सफर करता हूँ | कभी मेट्रो में तो कभी क्लासरूम में, मै kindle में किताबे व मैगज़ीन पढ़ता हूँ |
Kindle के कटने फटने का कोई डर नहीं होता | यह आपके घर में या बैग में ज्यादा जगह नहीं घेरता | Kindle को चार्ज करना बहुत आसान है और सबसे अच्छी बात कि यह आपको इलेक्ट्रिक डिवाइस जैसा बिलकुल नहीं लगेगा | Kindle में एक खूबी यह भी है कि यह आपकी आँखों पर प्रभाव नहीं डालता और आप इसे बिलकुल वैसे इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि आप अपनी किताब को करते हैं |
0 टिप्पणी
Engineer,IBM | पोस्ट किया
Kindle 2007 में लांच हुआ था जिसके लांच के 5 बाद ही उसकी पहली बिकरी हो गयी थी और 2008 आने से 6 महीने पहले तक Kindle आउट ऑफ़ स्टॉक रहा था | Kindle , Amazon द्वारा जारी किया गया यन्त्र है जिसमे आप e -book पद सकते हैं | Kindle आपको एक ही यन्त्र में हज़ारो किताबे, मैगज़ीन, अखबार आदि पढ़ने को मिल जाती हैं | Kindle का इस्तेमाल हज़ारो लोगो द्वारा किया जा रहा है, परन्तु इनके इस्तेमाल से हार्ड कॉपी अर्थात पन्नो पर छपने वाली किताबों और पत्रिकाओं के इस्तेमाल में कमी भी देखने को मिलती है | क्या Kindle सचमुच एक वरदान है, या यह एक अभिशाप से ज़्यादा कुछ नहीं है ?
Kindle वरदान के रूप में
Kindle अभिशाप के रूप में
0 टिप्पणी