Kindle 2007 में लांच हुआ था जिसके लांच के 5 बाद ही उसकी पहली बिकरी हो गयी थी और 2008 आने से 6 महीने पहले तक Kindle आउट ऑफ़ स्टॉक रहा था | Kindle , Amazon द्वारा जारी किया गया यन्त्र है जिसमे आप e -book पद सकते हैं | Kindle आपको एक ही यन्त्र में हज़ारो किताबे, मैगज़ीन, अखबार आदि पढ़ने को मिल जाती हैं | Kindle का इस्तेमाल हज़ारो लोगो द्वारा किया जा रहा है, परन्तु इनके इस्तेमाल से हार्ड कॉपी अर्थात पन्नो पर छपने वाली किताबों और पत्रिकाओं के इस्तेमाल में कमी भी देखने को मिलती है | क्या Kindle सचमुच एक वरदान है, या यह एक अभिशाप से ज़्यादा कुछ नहीं है ?
Kindle वरदान के रूप में
- आप Kindle को जहाँ चाहे वहाँ लेकर जा सकते हैं, यह यात्रा के लिए आपका सबसे अच्छा साथी है और जगह भी कम घेरता है |
- इसमें आपको ढेरो किताबे बिलकुल मुफ्त मिल जाती है |
- इसमें ऐसी भी कई किताबे हैं जो आपको बहुत कम दामों में मिलती है, साथ ही कई दुर्लभ किताबें भी आप इसमें पा सकते हैं |
- आप किसी भी शब्द पर क्लिक करके उसका मतलब समझ सकते है, ये असल में आपके दिमाग के शब्दकोश को बढ़ता है |
- आप इसमें गेम खेल सकते है साथ ही गाने भी सुन सकते है |
- आप इसमें font size बढ़ा या छोटा कर सकते हैं |
- यह एक किताब की तरह ही है, तो इससे आपकी आँखों को नुक्सान नहीं पहुंचेगा परन्तु यह अँधेरे में भी दिखाई देगा|
- सबसे महत्वपूर्ण आप ढेर सारे पेड़ बचाते है |
Kindle अभिशाप के रूप में
- आप इसमें किताबो के पन्नो की तरह पृष्ठ नहीं बदल सकते न ही आप इसे अपने बुक शेल्फ में रख सकते हैं |
- आप इसमें किसी किताब की कॉपी अपने दोस्त को भेज सकते है परन्तु अधिक समय के लिए नहीं |
- आप अपने बाथ टब में लेजाकर नहीं पढ़ सकते क्योंकि एक झटका और आपका Kindle पानी में इसमें आपको SB card नहीं मिलता, मतलब मान लीजिये आप इसमें 1500 किताबे रखने की जगह है, परन्तु आप 1501 रखना चाहें तो ? आपको यह सुविधा नहीं मिलती |