BBA in mass communication | पोस्ट किया |
Content Writer | पोस्ट किया
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Optician | पोस्ट किया
हाँ! बिलकुल सही कहा, Rapist को सिवा मौत के और कुछ नहीं मिलना चाहिए | मुझे तो ये समझ नहीं आता इतना आंदोलन होता हैं, फिर भी ये गुनाह हो रहें हैं, आखिर क्यों ? मुझे तो लगता हैं लोग जो ऐसी घटनाओं को लेकर आंदोलन करते हैं,मोमबत्तियां लेकर सड़कों पर उतरते हैं, वो सिर्फ़ इसलिए ताकि दुनियाँ उनको TV पर देखे | एक प्रकार से देखा जाये तोखुद का promotion करते हैं ,पर कोई इस के लिए आवाज नहीं उठाता |
16 दिसंबर 2012 को निर्भया घटना हुई ,उससे मानो पूरा देश एक सदमें में था | कितना कुछ हुआ उस बीच ,कितने आंदोलन, कितने विवाद, और इन सब के बाद एक बात अच्छी हुई जो निर्भया के पक्ष में हुई | इतने लंम्बे समय से चली आ रही निर्भया की लड़ाई अब जीत में बदल गई | सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपना फैसला सुना दिया जिसके आधार पर उनके गुनाहगारों को मौत की सजा सुनाई गई।
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर पीड़िता की मां व पिता ने खुशी जताई और कहा कि उनका विश्वास भारतीय न्यायपालिका के प्रति बढ़ा गया हैं | इससे ये साबित होता हैं कि Rapist के लिए मौत कि सज़ा सही हैं |
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Marketing Manager | पोस्ट किया
मैं आपके उत्तर से काफी हद तक सहमत हूँ कंचन जी मगरसजा देने से लड़कियों की सुरक्षा तो नहीं बढ़ेगी लेकिन जो लोग रह गन्दा काम करते है या उसकी सोच रखते है उनको जरूर एक अच्छा सबक मिलेगा और उनको कानून का डर रहेगा जिससे वह लोग भविष्य में ऐसा करने के बारे में नहीं सोचेंगे |
मैं तो कहता हूँ के हमारे देश का कानून भी दुबई के कानून की तरह सख्तहो ताकि कम से कम कोई अपराध हो |
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