कर्नाटक की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से रोज कुछ न कुछ नया हो रहा है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच सत्ता की खींचतान जारी है | चुनाव और नतीजों के बाद सीटों की गणित ने हर दल का खेल बिगाड़ कर रख दिया। अब गेंद राज्यपाल के पाले से होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुकी है। सुनवाई अब तक बीजेपी के पक्ष में रही और येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बन गए लेकिन आज बीजेपी को झटका तब लगा जब कोर्ट ने राज्यपाल की मोहलत को खत्म करते हुए बहुमत साबित करने के लिए एक दिन का समय दिया था । हालांकि इन सब के बीच एक घटनाक्रम ऐसा हुआ जिसके बाद एक चर्चा फिर शुरू हो गई कि क्या कर्नाटक की राजनीति नया मोड़ लेगी?
दरअसल पीएम मोदी जी ने पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा को जन्मदिन की बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य के साथ लंबे जीवन की कामना की। पीएम के इस बधाई को यूं तो शिष्टाचार के रूप में देखा जा रहा है लेकिन राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर यह चर्चा प्रबल हो गई कि क्या ऐसे समय मे जब जनता दल सेक्युलर बीजेपी की धुर विरोधी बनी हुई है तब पीएम मोदी की यह बधाई कहीं नई राजनीति की शुरुआत का कोई संकेत तो नही है?
ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पीएम पहले भी देवगौड़ा के प्रति नरम रहे थे? अब कारण जो भी हो लेकिन पीएम के इस बधाई संदेश को एक संकेत के रूप में जरूर देखा जा रहा है। खैर जो भी हो लेकिन इतना तो तय है कि आने वाले वक्त में बीजेपी अगर सरकार में रह गई तो भी और बहुमत न साबित कर सकी तो भी देवगौड़ा के खिलाफ बीजेपी नही जाना चाहती। बाकी आने वाले वक्त में ही इस बधाई के मायने समझ आएंगे।