तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले में 100 से भी अधिक आवारा कुत्तों को जहर देकर मार दिया गया है सिद्दीपेट जिले के जगदेवपुर मंडल के थीगुल गांव के सरपंच और सचिव ने आवारा कुत्तों को पकड़ने का काम पेशेवर कुत्ते पकड़ने वालों को दिया था इसी दौरान 100 कुत्तों को इंजेक्शन देकर मार दिया गया यह घटना 27 मार्च को हुई थी इस घटना की शिकायत गौतम कुमार ने सिद्दीपेट कलेक्टर और सिद्दीपेट पुलिस आयुक्त के पास किया थाLoading image...
तेलंगाना में 100 से भी ज्यादा कुत्तो को जहर दे कर मार देना आपकी नज़रो में क्या मायने रखता है ?
तेलंगाना सरकार ने आवारा पशुओं की संख्या को कम करने की बात क्या कही, इंसानों की तो पूरी इंसानियत ही मर गई| उन्होंने ऐसे हैवानियत भरे कदम उठा लिए जिसको सुनकर शायद मानवता भी शर्मशार हो जाएगी| तेलंगाना में 100 से ज्यादा कुत्तों को जहर देकर मारने वाला मामला सामने आया है|
तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले में 100 से अधिक आवारा कुत्तों को कथित तौर पर मार दिया गया| जो काफी हैरान करने वाला था और उतना ही दर्दनाक, सिद्दीपेट जिले के जगदेवपुर मंडल के थिगुल गांव के ग्राम सरपंच और सचिव ने पेशेवर कुत्ते पकड़ने वालों को काम पर रखा जिसके बाद उन्हीने सभी आवारा कुत्तों को घातक इंजेक्शन देकर मार डाला गया|
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कुत्ता मूत्र त्याग करते समय एक पैर क्यों उठा लेता है?
ये कितनी गलत बात है, ऐसा करने से न सिर्फ इंसानियत शर्मशार हुई बल्कि मनुष्य की हैवानियत भी सामने आई| जिसके बाद यह कहना बहुत मुश्किल हो गया कि इंसान और जानवर के बीच कभी दोस्ती नहीं हो सकती| क्योंकि अगर मनुष्य ऐसा कर सकता है जिसको हर चीज़ की समझ है तो जानवरों से क्या उम्मीद की जा सकती है| कुछ भी नहीं इसलिए हमारे हिसाब से जो हुआ वो बिलकुल गलत है|
यह घटना 27 मार्च को हुई थी, जिसके बाद हैदराबाद को एक कार्यकर्ता, गौतम कुमार ने सिद्दीपेट कलेक्टर और सिद्दीपेट पुलिस आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई| अपनी शिकायत में गौतम ने इन सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामले की जांच और गिरफ्तारी की मांग की| जो शायद सही भी है क्योंकि इनके द्वारा की गई ये हरकत माफ़ी के बिलकुल भी लायक नहीं है|
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तेलंगाना में 100 से भी ज्यादा कुत्तो को जहर दे कर मार देना हमारी नज़रो में बहुत गलत बात है और जिन्होंने ऐसा किया है वो लोग माफ़ी के बिलकुल भी लायक नहीं है| अगर आज इन्हें माफ़ कर दिया तो शायद ये इससे भी ज्यादा बढ़ा गुन्हा कर सकते हैं| इसलिए इस हैवानियत को यही रोकना बहुत जरुरी है| और ऐसे लोगों को सजा जरुर मिलना चाहिए ताकि दोबारा ऐसा कोई गुन्हा न हो और जो ऐसा सोचे भी तो उन्हें सजा का डर बना रहे|