वैसे तो जीवन के सफर में अगर आप ध्यान से सोचें तो हर किस्सा आपको कुछ न कुछ सीखाता ही है, इसलिए जीवन का सबसे बड़ा सबा बता पाना थोड़ा मुश्किल है लेकिन अगर मैं आपके सवाल के जवाब की टगरह सोचूं तो मैं आपको अपने जीवन का वो किस्सा शेयर करना चाहता हूँ जिसे सोच कर आज भी मेरे रोंगटें खड़े हो जाते है | वह रात मैं भुलाने से भी नहीं भूल सकता हूँ |
Loading image...courtesy-psychiatryadvisor
बात तब की है जब मैं सिर्फ 14 साल का था, एक रात मैं अपने दोस्त की बर्थडे पार्टी में घरवालों की इज़ाज़त लिए बिना बड़े भाई की बाइक ले गया और उस दिन बहुत तेज़ बारिश भी हो रही थी | हम सभी दोस्तों ने बहार खाना खा कर अपनी अपनी बाइक निकाली और बहुत तेज़ी से चल दिए तभी अचानक एक बूढी अम्मा मेरी बाइक के निचे आ गयी और मैंने जैसे तैसे बाइक की ब्रेक लगाई, और उन्हें थोड़ी सी चोट भी लग गयी यह एक बड़ा हादसा होते होते टल गया था, लेकिन बात सिर्फ इतने पर ही शांत नहीं हुई बल्कि उन बूढी अम्मा ने वहां पुलिस को बुला लिया और पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया और उसके बाद मेरे घरवालों को भी बुला लिया और उस दिन म ुझे बहुत शर्मिंदगी का फायदा उठाना पड़ा |
इसलिए मेरे जीवन का सबसे बड़ा सबक यही था की झूट बोल कर कभी भी कोई काम नहीं करना चाहिए, इसलिए मेरी तरफ से भी सबको यही सलाह है की जीवन में कभी भी कुछ भी करने के लिए झूट का सहारा नहीं लेना चाहिए |