जैसा कि हिन्दू धर्म में किसी भी पूजा की शुरुआत में सबसे पहले भगवान गणेश की आराधना की जाती है | यह वरदान उन्हें भगवान शिव ने दिया था कि जब भी किसी इंसान के घर में कोई भी पूजा पाठ या शुभ काम होगा सबसे पहले गणेश भगवान का आवाहन किया जाएगा उसके बाद ही सभी देवी देवताओं का पूजन होगा |
जैसा कि सभी को पता है, भगवान गणेश रिद्धि और सिद्धि के दाता है, और मनुष्य को संतोष की प्राप्ति भी इनसे होती है | इसलिए इतना तो सभी को पता हो गया होगा कि भगवान गणेश का पूजा मानव जीवन में क्या महत्व रखता है | इस वर्ष विनायकी चतुर्थी 8 और 9 फरवरी को मनाई जाएगी |
पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायकी चतुर्थी कहा जाता है | विनायकी चतुर्थी कृष्णा पक्ष में आती है | आइये विनायकी चतुर्थी के व्रत के महत्व को जाने -
- विनायकी चतुर्थी व्रत मनोकामना पूर्ति का व्रत होता है, इस व्रत को जो भी इंसान पूर्ण श्रद्धा से लेता है उसकी मनोकामना पूरी होती है |
- जो भी भक्त इस व्रत को नियम से करते हैं, उन्हें कभी धन-संपत्ति की कमी नहीं होती |
- बुद्धि और धैर्य मनुष्य में 2 प्रकार के ऐसे गुण होते हैं, जो मानव जीवन में परिवर्तन का सबसे बड़ा कारण बनते हैं, इस व्रत के कारण यह दोनों गुण मनुष्य के जीवन में प्रवेश करते हैं |
- विनायकी चतुर्थी के व्रत का पूजन दोपहर के वक़्त किया जाता है |
(Courtesy : en.brajdiscovery.org )