टैक्स का नाम सुनते ही, अक्सर लोगों की हवाइयां उड़ जाती है । टैक्स हर साल सुर्खियां ही बना रहता है । लोग टैक्स देने के नाम से परेशान रहते हैं और कुछ लोग तो टैक्स देते भी नहीं है । जो लोग टैक्स देते हैं और जो लोग टैक्स नहीं देते क्या वो इस बात से ताल्लुक रखते हैं कि टैक्स आखिर दिया क्यों जाता है या फिर टैक्स लगाएं जाने का क्या कारण है ।
जैसा कि सरकार को अपने देश के नागरिकों की हर सुविधा का ध्यान रखना पड़ता है जिसके लिए उन्हें बहुत अधिक खर्चा करना होता है , जिससे सरकार अपने क्षेत्र में आने वाले सभी नागरिकों को सभी प्रकार की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें।
जैसे - सड़क, बिजली और पानी, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा जैसी कई सारी मूलभूत सुविधाओं के अलावा भी सरकार को सुरक्षा और प्रशासन पर भी बहुत अधिक पैसा खर्च करना होता है । किसानों और गरीबों पर खर्च किया जाता है । ऐसे ही कई सारे खर्च सरकार को करने होते हैं ।
(Courtesy : Wonderopolis )
टैक्स दो प्रकार के होते हैं -
- पहला टैक्स :-
पहले टैक्स में लोगों की आमदनी से कुछ हिस्सा लिया जाता है , जिसे डायरेक्ट टैक्स या प्रत्यक्ष कर कहते हैं ।
- दूसरा टैक्स :-
जो टैक्स चीज़ों और किसी प्रकार की सेवा में लगाया जाता है उसको इनडायरेक्ट टैक्स या अप्रत्यक्ष कर कहलाता है ।
अगर बात करें डायरेक्ट टैक्स की तो इसमें सबसे बड़ा टैक्स "इनकम टैक्स" होता है और सरकार उन सभी लोगों से यह टैक्स वसूल करती है जिनकी आय टैक्स देने के दायरे में आती है ।
(Courtesy : startrightnigeria )