बॉलीवुड में अक्सर अलग - अलग उतार चढ़ाव देखे जाते है जैसे बीते कुछ सालों से बायोपिक फिल्में बनाने का सिलसिला चला आ रहा है जिसे देखते हुए सबको यह लग रहा था कि या अब सच में बॉलीवुड में बायोपिक फिल्में ही बनेगी | ठीक ऐसा ही कुछ एक नया मुद्दा बॉलीवुड से जुड़ गया है |
(courtesy-The Financial Express)
पिछले कुछ सालों से ऐसा देखा जा रहा है की जितनी भी बड़ी बजट की फिल्में बन रही है उनमें से 90 % फिल्में फ्लॉप हो रही है और सभी दर्शक इस बात का कारण जानना चाहते है की आखिर ऐसा क्यों |
मेरे अनुसार बड़ी बजट की फिल्मों का फ्लॉप होने के यह कारण हो सकते है -
- ज्यादातर फाइटिंग सीन कॉपी किये हुए सभी फिल्मों में एक जैसे ही लगते है |
(courtesy-mathrubhumi)
- बड़े बजट की सभी फिल्मों की कहानी एक जैसी लगती है |
- कई सीन बार बार दोहराएं हुए लगते है |
- सभी बड़े बजट वाली फिल्मों के पोस्टर बेहतरीन लगते है पर मगर कहानी में कुछ भी दम नहीं होता है , इसलिए कहा जाता है ऊँचें दुकान, फीके पकवान |
(courtesy-Koimoi)
- बड़े बजट वाली फिल्मों में संवाद पावरफुल नहीं लगता इसलिए लम्बे समय तक दर्शकों के ज़हन में नहीं रहता है | जैसे उदहारण के तौर पर फिल्म ठग ऑफ़ हिन्दोस्तान में अंग्रेजो के सभी संवाद हिंदी भाषा में थे, कही भी इंग्लिश का इस्तेमाल नहीं किया गया |
अब तक बड़े बजट वाली फ्लॉप फिल्में
1- शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो
2- आमिर खान की फिल्म ठग ऑफ़ हिन्दोस्तान
3- सलमान खान की रेस 3
4- ट्यूबलाइट