Fitness trainer,Fitness Academy | पोस्ट किया
यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान को किसी भी तरह की एक्टिविटी करना अच्छानहीं लगता है , और वह ख़ुशी का अनुभव करना भी छोड़ देता है | आप इस बीमारी को एक तरह से मानसिक रोग कह सकते है | यह मानसिक रोगो की शुरुरात में होने वाला रोग होता है | यह ऐसा रोग है जिसे वक़्त रहते अगर मरीज़ को डॉक्टर से नहीं दिखाया गया तो वह दिन प्रतिदिन सभी लोगों से अपने मन में दूरिया बना लेता है और उसे खुद का और दूसरों का काम करने में तकलीफ महसूस होने लगती है जिससे वह परेशान हो जाता है और खुद में ही रहना पसंद करता है |
(courtesy-Hindustan)
एन्हेडोनिया दो प्रकार के होते है -
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