यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान को किसी भी तरह की एक्टिविटी करना अच्छानहीं लगता है , और वह ख़ुशी का अनुभव करना भी छोड़ देता है | आप इस बीमारी को एक तरह से मानसिक रोग कह सकते है | यह मानसिक रोगो की शुरुरात में होने वाला रोग होता है | यह ऐसा रोग है जिसे वक़्त रहते अगर मरीज़ को डॉक्टर से नहीं दिखाया गया तो वह दिन प्रतिदिन सभी लोगों से अपने मन में दूरिया बना लेता है और उसे खुद का और दूसरों का काम करने में तकलीफ महसूस होने लगती है जिससे वह परेशान हो जाता है और खुद में ही रहना पसंद करता है |
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एन्हेडोनिया दो प्रकार के होते है -
- सामाजिक – सामाजिक एन्हेडोनिया में सामाजिक गतिविधियों से जुड़े रहने में अरुचि होने लगती है।
- शारीरिक – शारीरिक एन्हेडोनिया में शरीर सम्बन्धी गतिविधियों जैसे खाना और सेक्स में अरुचि पैदा हो जाती है।
एन्हेडोनिया के लक्षण-
1- आप खुश नहीं रहते लोगों से दूरियां बना लेते है |
2- ऐसे में आप हमेशा दूसरों के लिए नकारात्मक सोचते है |
3- आप अपने परिवार और करीबियों के बारें में केवल गलत सोचते हो |
4- भावनात्मक क्षमताओं में कमी आने लगती है |