हमारे देश में जहाँ बेटियों के पैदा होने को अभिशाप समझा जाता है, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी हैं जो बेटियों को आसमान की बुलंदियों में देखना चाहते हैं | कहीं तो पिता बेटी के पैदा होने पर उन्हें सिर्फ परेशानी का सबब मानते हैं तो कहीं ऐसे भी पिता हैं, जो बेटी पैदा होने पर गर्व करते हैं |
आइये ऐसी ही कुछ भारत की बेटियों के बारें में जानते हैं -
- कल्पना चावला :-
कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को भारत देश के हरियाणा राज्य में हुआ | कितनी अजीब बात है भारत की एक आदर्श बेटी उस जगह जन्मी जहाँ पर आज भी आज भी लडको की अपेक्षा लडकियों की संख्या कम अनुपात में है | कल्पना चावला अपने पिता बनारसी लाल चावला की सबसे छोटी और सबसे प्यारी बेटी थी |
अक्सर आकाश की तरफ देखती रहने वाली कल्पना चावला को आकाश की सैर करने का बहुत शौक था | जो की उन्होंने पूरा भी किया परन्तु इस आदर्श बेटी का यही शौक उसकी जान ले लेगा ये कोई नहीं जानता था | कप्लना चावला ने अपनी पहली अन्तरिक्ष उड़ान 1998 में भरी और इसके साथ ही वह अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली भारतीय महिला बनी | जिस बात से सभी का सीना चौड़ा हो जाता है |
(Courtesy : yuvaharyana.com )
- पी.टी. उषा :-
पी. टी. उषा का जन्म 27 जून 1964 को केरल में हुआ | इनका पूरा नाम पिलावुळ्ळकण्टि तेक्केपरम्पिल् उषा हैं | ये बात तो सभी जानते हैं कि इन्हें उड़नपरी नाम से भी जाना जाता है | जब पी.टी. उषा दौड़ती हैं तो सारी दुनिया पीछे रह जाती है | 1985 में एक ही प्रतियोगिता में 5 गोल्ड मैडल जीतने वाली यह पहली भारतीय महिला | आज तक ऐसा रिकॉर्ड कोई नहीं बना पाया | यह भारत की आदर्श बेटियों में एक हैं, जिन्होंने अपने हुनर का लोहा सभी से मनवा ही दिया |
(Courtesy : The Week )