Loading image... सौजन्य: न्युझ फ्लोर
इन एड्स में कुछ की वर्ड्स जैसे की अमूल पार्लर, अमूल फ़्रेंचाइजी, डिस्ट्रीब्युटरशीप का इस्तेमाल किया था कि जिस से एड पढनेवाले को ऐसा लगे की ये एड अमूल कि और से ही है। जब कोइ इन पेजीस या एड्स पर क्लिक करता तो उन को एक फ़ोर्म भरने को बोला जाता और एक कोल कर के 25000 से लेकर 500000 तक रकम चुकाने को कहा जाता। जैसे ही पैसा दिया जाता वे लोग कोइ भी कोम्युनिकेशन नही रखते, जिसका मतलब ये है की अमूल के नाम पर लोगो के साथ ठगी हो रही है। जाहीर सी बात है जालसाजो ने इस से काफ़ी रुपया बनाया होगा पर इस से गूगल को भी फ़ायदा हुआ है और इसी लिये अमूल ने गूगल को सारे दस्तावेजो के साथ एक कानूनी नोटीस भी भेजा है की उन को जब कोइ ब्रांड का इस तरह मार्केटींग कैंपैन चलाया जाता है तो एड देनेवालो को वेरीफ़ाय करना चाहिये।