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दोस्ती एक ऐसा शब्द है जिस रिश्ते की शुरुआत जन्म के बाद होती है। क्योंकि सभी रिश्ते तो जन्म के पहले ही बन जाते हैं लेकिन दोस्ती को हम खुद बनाते हैं इसलिए दोस्ती इतनी खास होती है। दोस्ती का रिश्ता इतना खास होता है कि हम अपने दोस्त से किसी भी बात को बिना झिझक के कह सकते हैं लेकिन अन्य रिश्तो में नहीं। इसके अलावा दोस्ती का रिश्ता ऐसा होता है जिसमें कोई भी इगो एटीट्यूड नहीं होता। इसमें केवल एक दूसरे के लिए प्यार होता है। इसलिए तो दोस्ती का रिश्ता इतना खास है।
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दोस्ती वह रिश्ता है जो आप खुद बनाते हैं। बाकी रिश्ते बने बनाए होते हैं। दोस्ती और दोस्त दोनों बहुत ही खास होते हैं। एक अच्छे दोस्त के लिए अच्छा दोस्त बनना जरुरी होता है। हर साल अगस्त माह के पहले रविवार को राष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे और 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है।एक अच्छा दोस्त हमेशा सुख और दुख दोनों पलों में हमेशा साथ रहते हैं। जिंदगी में आगे बढ़ने , संघर्ष करने, दुख और दर्द से जीतने की प्रेरणा देते हैं। इस रिश्ते को बनाने के लिए व्यक्ति को पूरी आजादी रहती है।
दोस्ती के अलावा अन्य रिश्ते मतलब के होते हैं जिन्हें ना तो सुख और ना ही दुख से मतलब होता है। लेकिन दोस्ती में इसकी बिल्कुल विपरीत होता है।वर्तमान समय की बात करें तो लोग अन्य रिश्तो को उतनी अहमियत और समय नहीं देते कितना दोस्तों को देते हैं।
दोस्ती का रिश्ता हर व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए फ्रेंडशिप अच्छी मेडिसिन होती है।अच्छी और हमेशा के लिए दोस्ती बनाए रखना सभी के बस में नहीं होता।
दोस्ती को मजबूत बनाएं रखने के लिए एक दूसरे के लिए समय निकालना, नए-नए एक्सपीरियंस शेयर करना, साथ में मेमोरी बनाया रखना जरुरी होता है। क्योंकि कुछ बेहतरीन पुरानी यादें खुशी देती हैं। दोस्ती ना केवल इंटरटेनमेंट और मस्ती के लिए होती है बल्कि अन्य रिश्तो की तरह एक जिम्मेदारी भी होती है। दोस्ती वह रिश्ता है जहां पर हर व्यक्ति अपनी बात को बिना किसी झिझक के कह सकता है।
अच्छे दोस्तों के बीच एगो और एटीट्यूड की कोई गुंजाइश नहीं होती है। अंडरस्टैंडिंग अगर अच्छी है तो दोस्तों के बिच कभी नोक झोंक नहीं हो सकती।यह रिश्ता सब रिश्तों से अलग इसलिए होता है क्योंकि यह रिश्ता बिना किसी मतलब का होता है मतलब होता है तो केवल दोस्त और दोस्त की खुशी और दुःख से।
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